Shree Ganesh Ji Ki Aarti in Hindi with Lyrics, Meaning, and Benefits

Shree Ganesh Ji Ki Aarti in Hindi with Lyrics, Meaning, and Benefits






आरती गणेश जी की -Shri Ganesh Aarti in  Hindi



गणेश चतुर्थी की ढेर सारी बधाई!

आज का दिन है बहुत खास, गणपति बाप्पा हमारे घर आए हैं!

तुम्हें पता है ना, गणेश जी को विघ्नहर्ता भी कहते हैं। यानी जो भी परेशानी आती है, वो झट से दूर भाग जाती है। जैसे तुम किसी टेस्ट से डरते हो, तो गणेश जी से मांग लो, नंबर अच्छे आएंगे!


क्यों करते हैं गणेश जी की पूजा?

  • नया काम शुरू करने से पहले: मान लो तुम्हें कोई नई किताब पढ़नी है या कोई नया खेल सीखना है, तो गणेश जी से प्रार्थना करो कि सब कुछ अच्छे से हो जाए।
  • मन की मुराद पूरी हो: क्या तुम कोई खिलौना चाहते हो या कोई पार्टी? गणेश जी से मांगो, हो सकता है तुम्हारी मुराद पूरी हो जाए!
  • बुरी नजर से बचाएं: गणेश जी हमें बुरी नजर से बचाते हैं। जैसे कोई तुम्हें बुरा नजर लगा दे, तो गणेश जी तुम्हें बचा लेंगे।

गणेश जी की आरती गाना क्यों मज़ेदार है?

  • धुन बहुत अच्छी होती है: आरती की धुन सुनकर मन प्रसन्न हो जाता है।
  • शब्द आसान होते हैं: छोटे-छोटे शब्दों को याद करना बहुत आसान होता है।
  • गणेश जी की महिमा का बखान: आरती में गणेश जी के गुणों का बखान किया जाता है, जिससे हम उनसे प्रेरित होते हैं।

गणेश जी की आरती कैसे गाएं?

  • दीपक जलाओ: गणेश जी के सामने एक दीपक जलाओ, जैसे तारे चमकते हैं।
  • अगरबत्ती जलाओ: अगरबत्ती जलाओ, जिससे घर में अच्छी खुशबू आए।
  • आरती के शब्द गाओ: आरती के शब्दों को गाते हुए गणेश जी की मूर्ति के चारों ओर घूमो।


एक मज़ेदार बात: कभी तुमने सोचा है कि गणेश जी को मोदक क्यों पसंद हैं? क्योंकि मोदक बहुत ही मीठे होते हैं और गणेश जी को मीठा बहुत पसंद है!


तो चलो, आज हम सब मिलकर गणेश जी की आरती गाएं और उनसे ढेर सारे आशीर्वाद लें!


जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।


माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥

एक दंत दयावंत,
चार भुजा धारी ।


माथे सिंदूर सोहे,
मूसे की सवारी ॥

जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।


माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥

पान चढ़े फल चढ़े,
और चढ़े मेवा ।


लड्डुअन का भोग लगे,
संत करें सेवा ॥

जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।


माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥

अंधन को आंख देत,
कोढ़िन को काया ।


बांझन को पुत्र देत,
निर्धन को माया ॥

जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।


माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥

'सूर' श्याम शरण आए,
सफल कीजे सेवा ।


माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥

जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।


माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥


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