Hanuman Chalisa Ke 100 Path : Padhne Ki Asaan Vidhi

Hanuman Chalisa Ke 100 Path Kaise Kare :  जानिए पाठ के नियम और विधि॥



Hanuman Chalisa Ke 100 Path Kaise Kare   जानिए पाठ के नियम और विधि॥



हनुमान चालीसा का पाठ 100 बार करने से क्या होता है ऐसा प्रश्न मुझे कई लोगों ने पूछा और ये पाठ कब करना चाहिए इसके नियम और विधि क्या है और इससे हमें क्या लाभ होता है ये सब कुछ डिटेल में जानेंगे और अंत में जिन लोगों ने हनुमान चालीसा के 100 पाठ किया हैं उनका अनुभव क्या रहा और उनकी जीवन में क्या बदलाव आया वो भी जानेंगे






ये भी पढ़ें-Most Powerful 12 Names of Lord Hanuman | हनुमान जी के बारह नाम | Lord Hanuman 12 Names Chanting


सबसे पहले हम हनुमान चालीसा के पाठ के नियम और विधि को जानते हैं सबसे पहले नियम तो यही है की आप इस पाठ की शुरुआत मंगलवार अथवा शनिवार को करें और जब आप पाठ करते हो उसे दिन आपको उपवास करना है

और आपको मांस मदिरा प्याज लहसुन इन सब का त्याग करना है ये बात तो आपको पता भी हनी चाहिए और आपको ब्रह्मचर्य का भी पालनपुर करना है उपवास के दिन अब फलाहार भी कर सकते 

हैं तो ये हो गई नियम की बात अब हनुमान चालीसा के पाठ की विधि को जानते हैं सबसे पहले सुबह उठकर आपको स्नान करना है भगवान का दिया करना है उन्हें भूख चढ़ाना है और श्री राम के नाम 

का जब करना है हनुमान जी के भोग में अब कोई भी मिश्रण चड्ढा सकते हैं उसके बाद आप एक बार हनुमान चालीसा का पाठ कीजिए और अगर आप नौकरी करते हैं तो आप अपना पूरा दिन वहां पर लगा सकते

हैं और अन्य कोई भी कम हो वो भी पूर्ण कर सकते हैं पर अब जब रात्रि का समय आता है उसके 10:00 बजे के बाद इस विधि को शुरू करना चाहिए रात को पाठ शुरू करने का एक करण है की 

सुबह से लेकर शाम तक हनुमान जी प्रभु श्री राम की सेवा में रहते हैं और जब हम यह पाठ रात को करते हैं तब हमारे पाठ की गंज हनुमान जी के कानों में जरूर जाति है और वो हमारा कोई भी कार्य 

पूर्ण कर सकते हैं हनुमान जी को राम का नाम सबसे प्रिया है इसलिए आप सुबह से शाम तक भले ही अब कोई भी कम कीजिए लेकिन जितना हो सके उतना राम का नाम लेते ही रहना चाहिए अब रात को जब आठ से नो बजे का टाइम हो उसके

दौरान आपको स्नान कर लेना है और पाठ करने की कोई भी जगह जो आपने निर्धारित की है वहां पर एक चौकी रखती है जी पर आपको एक लाल आसन बढ़ा देना है उसके बाद श्री राम के दरबार 

की एक फोटो अथवा एक प्रतिमा को उसे पर रख देना है उसके बाद भगवान श्री राम माता जानकी लक्ष्मण जी इन सबको तिलक करना है और फिर चावल और फूल से उनका स्वागत करना है इतना 

करने के बाद चौकी पर आपको एक हनुमान जी की प्रतिमा रखती है और उनको भी तिलक लगाकर उनका स्वागत चावल और फूल से करना है फिर भोग के लिए अब कोई हनुमान जी के पास रख सकते हैं और वहां पर एक पानी से भारत हुआ तांबे का कलश भी रखना

है ये करने के बाद आपको एक दिया प्रज्वलित करना है वो दिया अब चमेली के तेल का भी कर सकते हैं अथवा गी का भी कर सकते हैं और एक बात का खास ध्यान रखिए की वो दिया तब तक 

प्रज्वलित रहना चाहिए जब तक आपका पार्ट पूर्ण ना हो जाए उसके बाद आप श्री गणेश भगवान को स्मरण कीजिए और श्री गणेशाय नमः करके आप श्री राम के नाम का जब शुरू कर दीजिए 10 से 

लेकर 15 मिनट तक आपको श्री राम के नाम का जब करना है इसमें आप जय सीताराम जय सीताराम ये भी कर सकते हैं अथवा आप राम राम इस तरह से भी 10 से 15 मिनट तक पाठ कर सकते हैं अब आई है सबसे इंपॉर्टेंट चीज जो है संकल्प आपको अपने

हाथ में पानी और फूल रखकर एक संकल्प लेना है की मैं सो हनुमान चालीसा के पाठ करूंगा अथवा करूंगी और फिर आपको अपनी जो भी मनोकामना है वो बोलकर उसे पानी को एक पत्र में इस तरह छोड़ देना है और अब आपको हनुमान चालीसा शुरू कर देनी चाहिए अब आपके मां में यह 

क्वेश्चन एरहा होगा की 100 हनुमान चालीसा हम किस तरह गिनेंगे तो इसके लिए अब कोई भी ड्राई फ्रूट ले सकते हैं और ऐसे 100 ड्राई फूड जिन कर एक पत्र में ले लीजिए जब जब एक हनुमान 

चालीसा पूर्ण हो तब उसे ड्राई फ्रूट को लेकर आप हनुमान जी के चरणों में रख सकते हैं अथवा कोई दूसरा पत्र अगर आपने अरेंज किया है तो उसमें भी

आप रख सकते हैं तो इस तरह से कंटिन्यू करना है और आपको कोई भी सिचुएशन में इस पार्ट के बीच में से नहीं उठाना है इस तरफ आपको पुरी हनुमान चालीसा के 100 पाठ करने हैं और पार्ट पूर्ण 



Hanuman Chalisa Ke 100 Path Kaise Kare   जानिए पाठ के नियम और विधि॥







होने के बाद आपको थोड़ी डर के लिए यानी की 5 से 10 मिनट के लिए फिर से श्री राम के नाम का जब करना है और आपसे इस पाठ के दौरान अनजाने में कोई भी भूल हुई हो तो उसके लिए हनुमान 

जी से क्षमा भी मंगनी है तो दोस्तों ये है हनुमान चालीसा के पाठ की पुरी विधि और नियम इस तरह से आप पूरा पाठ कर सकते हैं अब हम ये जानते हैं है की इस पार्ट के लाभ क्या है और हनुमान चालीसा के 100 बार

पार्ट करने का अनुभव क्या होता है तो दोस्तों कोई भी नेगेटिव अगर आपको सटा रही है तो इस पाठ के बाद आप उससे छुटकारा का सकते हैं घर में कोई भी प्रॉब्लम है अगर स्ट्रेस है डिप्रेशन है 

एंजायटी है तो ये सब कुछ इस पार्ट के बाद धीरे-धीरे चला जाएगा ये पार्ट पुरुष और महिला में से कोई भी कर सकता है और किसी भी तरह की प्रॉब्लम से आसानी से छुटकारा का सकता है अब मैं 

आपको इस पाठ के अनुभव के बड़े में बताऊंगा मैं इसे कोई लोगों से मिला हूं तथा मुझे बहुत लोगों ने नियम भी किया है की भैया हमने हनुमान चालीसा के 100 पाठ किया और हमारी ऑलमोस्ट साड़ी चीजें पूर्ण भी हुई

और अब अद्भुत शांति का अनुभव भी होता है और कई बार पाठ करते समय आपको बहुत ज्यादा गर्मी लगे का एहसास भी होगा जब ऐसा हो तो समझ लीजिएगा की हनुमान जी आपके आसपास ही 

है इसलिए हमारे शरीर में इतनी ज्यादा गर्मी बाढ़ जाति है पर फिर भी आपको पार्ट कंटिन्यू ही रखना है अब मैं आपको मेरा अनुभव बताने जा रहा हूं मैंने जब हनुमान चालीसा के 100 पाठ किया तभी 


ये भी पढ़ें-हनुमान चालीसा रोज़ पढ़ोगे तो ये चार घटना होकर ही रहेंगी : Neem Karoli Baba

मेरे साथ ऐसा क्या हुआ मेरे शरीर में ऐसा क्या हुआ मेरे साथ भी दोस्तों वही से सिचुएशन आई थी अचानक से घर में बाढ़ गई और मुझे भी अनुभूति होने लगी की हनुमान जी मेरे आस-पास ही है तो 

दोस्तों मैंने फिर भी पाठ कंटिन्यू रखा और पार्ट के बाद मेरी साड़ी मनोकामनाएं पूर्ण भी हुई अब मां में अद्भुत शांति का अनुभव भी होता है. 




Post a Comment

Previous Post Next Post