Bajrang Baan Path Karne Ke Niyam : हनुमान जी की कृपा से मौत से बचें ! नियम और विधियाँ सीखें |

Bajrang Baan Path Karne Ke Niyam : हनुमान जी की कृपा से मौत से बचें ! नियम और विधियाँ सीखें |




Bajrang Baan Path Karne Ke Niyam  हनुमान जी की कृपा से मौत से बचें ! नियम और विधियाँ सीखें






 जय बजरंगबली दोस्तों आज हम हनुमान जी के सबसे शक्तिशाली पाठ बजरंग बाण  के बड़े में जानेंगे पाठ के नियम और विधि क्या है बजरंग बाण से हमारी कौन 

सी प्रॉब्लम सॉल्व होती है बजरंग बाण  कब करना चाहिए बजरंग बाण  के लाभ क्या है ये सब को डिटेल में जानेंगे

सबसे पहले हम बात करेंगे की बजरंग बाण  की रचना किस तरह हुई और किसने की तो दोस्तों बजरंग बाण  की रचना गोस्वामी तुलसीदास जी ने ही की है उन्होंने हनुमान 

चालीसा की रचना की हनुमान बाहुक की रचना की श्री रामचरितमानस की रचना की और अन्य कई सारे पाठ लिखे तो उन्होंने ही बजरंग बाण  की भी रचना की है

अब उन्होंने किन परिस्थितियों में रचना की वो भी जान लेते हैं जब बात तुलसीदास जी की जान पर ए गई थी जान पर खतरा ए गया था तभी उन्होंने बजरंग बाण  की रचना की अब ये पार्ट एक ब्रह्मास्त्र की तरह कम करता है जब हमारी जान पर संकट 

ए जाए या कोई भूत या प्रेत बड़ा ऐसी कोई नेगेटिव एनर्जी हमें परेशान कर रही हो अथवा कोई भी दरवाजा हमारे लिए खुला नाम बच्चा हो सारे दरवाजे बैंड हो जैन कहानी 

से भी कोई भी सॉल्यूशन ना दिखे तभी ही हमें बजरंग बाण  का पाठ करना चाहिए ये तुलसीदास जी ने अपने लिए और समस्त मानव कल्याण के लिए इसकी रचना की है

तो ये बहुत लोग मिस्टेक करते हैं की बजरंग बाण  का पाठ रोज करते हैं अब यह पाठ रोज कभी भी नहीं किया जा सकता क्योंकि इसमें हनुमान जी को श्री राम की 

सौगंध दी जाति है हमारा कम करने के लिए ये पार्ट बहुत ही जल्दी रिजल्ट देता है इसीलिए इसे रोज नहीं करना चाहिए अगर हम बिना हेतु के ही ये पाठ करते हैं तो 

इसका उल्टा असर भी हम पर हो सकता है हनुमान जी हम पर नाराज भी हो सकते हैं क्योंकि आप ही सोचिए की इस पाठ में हनुमान जी को कहां जाता है की आप मेरा कम कीजिए आप कुछ श्री राम की सौगंध अगर हम यह पाठ रोज करते हैं रोज हनुमान जी को बिना

वजह श्री राम की कसम नहीं तो आप ही सोचिए हनुमान जी नाराज होंगे की नहीं इसीलिए ये पाठ रोज नहीं करना चाहिए अभी दूसरी बात मैं आपको ये बता डन की ये 

पाठ के नियम और विधि क्या है कई लोग ये सब नहीं जानते तो आज आपको मैं इस के नियम और विधि भी बता देता हूं सबसे पहले आपको क्या करना है की आप एक 

रूम में है तो वहां पर बैठकर श्री राम के दरबार का एक सामने फोटो फ्रेम लगा सकते हैं हनुमान जी का छोटा सा विग्रह अथवा हनुमान जी के एक छोटी सी फोटो फ्रेम भी 

लगा देनी है उसके बाद एक दिया प्रज्वलित कर देना है और उसके पास में ही एक तांबे के कलश में पानी भर के रख देना

है उसके बाद हनुमान जी से एक प्रार्थना करनी है संकल्प लेना है की है हनुमान मैं ये पीड़ा में हूं जिसका निवारण कहानी से भी नहीं हो रहा है अब बात बहुत ही गंभीर हो 

गई है अब आप इसका निवारण कीजिए और पाठ में कोई भूल चक हो तो मुझे क्षमा कर दीजिएगा मैं श्री राम का नाम लेकर इस पाठ का आरंभ कर रहा हूं उसके बाद ही 

श्री राम के नाम के 108 बार जब कर लीजिए जैसे की राम राम इस तरह 108 बार जब कर सकते हैं अथवा माला भी श्री राम के नाम की कर सकते हैं उसके बाद 

प्रार्थना करके हनुमान जी से बजरंग बाण  का पाठ आरंभ करना है अब आप ये पाठ मंगलवार अथवा शनिवार को कर सकते हैं

पाठ 11 अथवा 21 बार करना है अगर 21 बार करें कर सके तो बहुत ही अच्छा है अब यह कंटीन्यूअस आप 21 बार करते हैं तो आपको अलग एनर्जी भी आपके 

सराउंडिंग्स में फूल होगी आपके आसपास अलग ऐसी एनर्जी भी होगी क्योंकि यह पाठ में श्री राम की जब हम हनुमान जी को कसम देते हैं तो उनको यह कम करना ही 

पड़ता है अब इसीलिए मैंने आपसे पहले ही कहा की जब संकल्प लेने तो सबसे पहले हमें हनुमान जी से माफी मंगनी है क्योंकि कोई भी रास्ता नहीं दिखा है तभी ही हम 

बजरंग बन कर रहे हैं तो इस तरफ 21 बार अगर पार्ट करें तो बहुत ही अच्छा है वरना 11 बार भी कर सकते हैं जब आप यह पाठ

करते हो तो बीच में से ना उठे तो बहुत ही अच्छा है कंटीन्यूअस 21 बार पार्ट करें और जो वह तांबे के कलश में पानी है वो पाठ का जैसे ही वह पाठ पूर्ण हो तो वो 

पानी परिवार वालों को सबको पीला देना है और खुद भी थोड़ा सा पी लेना है अभी क्या होगा की यह पाठ हनुमान जी को जब पहुंचता है हमारी अर्जी जब हनुमान जी तक 

पहुंचती है तो हनुमान जी इस संकट को बहुत ही ज्यादा जल्दी सॉल्व करने हमारी प्रॉब्लम्स को बहुत ही ज्यादा जल्दी सॉल्व करने आते हैं क्योंकि वो भी जानते हैं की 

बजरंग बाद इसीलिए किया गया है की मेरा भक्ति बहुत ही ज्यादा पीड़ा में है इसीलिए बहुत ही कम

टाइम में ही आपकी जो भी प्रॉब्लम होगी वो हनुमान जी सॉल्व कर देंगे मतलब की तुरंत ही आपको पीड़ा से राहत मिल जाएगी इस तरह हमें बजरंग बाण करना है रोज 

रोज अनुभव के लिए ना कीजिए क्योंकि इसका उल्टा भी असर हो सकता है इसीलिए इस नियम और विधि के साथ अगर आप बजरंग बाण  कर सकते हैं तो बहुत बड़ी से बड़ी आफत भी ताल शक्ति है पर इस बात का भी ध्यान रखना है की

ये पार्ट जब हम करें तो हनुमान जी की पुरी श्रद्धा हनुमान जी पे हनी चाहिए हमें ऐसा नहीं की कोई भी खतरा आया उनमें एन 11 बार पढ़ लियाबजरंग बाण  और सब कुछ 

ठीक हो गया ऐसा नहीं होता है हमें हनुमान जी पर पुरी श्रद्धा हनी चाहिए हनुमान जी के प्रति समर्पित हो जाइए उनके चरणों में ए जाइए की है हनुमान मेरे यह प्रॉब्लम है 

यह सॉल्व कर दीजिए मैं यह पाठ कर रहा हूं कोई भी भूल चक हो तो मुझे माफ कर दीजिएगा इस तरह यह पाठ करना है यह पाठ जब भी पूर्ण होगा उसके कुछ ही समय 

बाद यानी की कुछ दिन भी ग सकते हैं वैसे तो बहुत ही जल्दी कोई भी कार्य पूर्ण हो जाता है आपका वो कार्य जरूर से हनुमान जी पूर्ण कर देंगे.


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