Kanakadhara Stotram in Hindi : कनकधारा स्तोत्र: धन की वर्षा के लिए मंत्र!

Kanakadhara Stotram in Hindi 





श्री कनकधारा स्तोत्र - अपार धन-संपदा प्राप्ति का रहस्य जानें !  Kanakadhara Stotram With Stotram in Hindi



अंगम हरे पुलक भूस मायंते नेव मुकुला भरम त मालम अंगी कृता खिल विभूति पंग लीला मांगल्य दस्तो मम मंगल देवता मुग मर विध वने प्रेम प्राणी तानी गता गता माला दशोर मधुकरी महो पले सामे श्रीयम 


दि शतु सागर संभवा विश्वा मर्र पद विभ्रम दान दक्षा आनंद हेतु रिकम मुर शोप ई निषदम क्षण मिर्थ मिंदी वदर सहोदर मिराया


आक्ष मगम मुदा मुकंद मानंद कंद मनि मेश मन मंग तंत्रम आके करित कनी की पक्षम नेत्र भूते भवे मम बुजंग शनाया बाह मधुजित कोया रावली हरि नीलम विती काम प्रदा भगवतो अप कटाक्ष माला 


कल्याण माव तुम कमलान लाया काला बु दली ललि तो रस कट भारे धारा धरे स् पुरया त दंग नेव मातु समस्त जगता महनीय मूर्ति भद्राणि मेद शतु भार्गव नंदनाया प्राप्त पदम प्रथम किलय प्रभावा मांगल्य 

भाज मधु मथिनी मन

मधे मया पते मन धर्म क्षण मदाल संच मकरा लय कन काया द्या दयान पवन द्रविणं बुधारा असम किंच 


विहंग शिशो विष दुष्कर्म धर्म म अपनी चराय दूर नारायण प्रणय नय नामवा इष्ट विशिष्ट मत योप यया दयाद दृष्ट त्रि विट पदम सुलभ न भंते दृष्ट प्रह कमलो दरद दीप्तम पुष्टि कृष्ट मम पुष्कर विराया गिर 


देवते गरुड़ ध्वज सुंदरी शकम भरी शशि शेखर वल्लभे सृष्ट स्थित प्रलय केली संताय तस्य न मस्त्र भुवन


गुरो शत नमोस्तु शुभ कर्म फल प्रस रत नमोस्तु रमणीय गुणा वाय शक्त नमोस्तु शत पत्र निकेतना पुष्ट नमोस्तु पुरुषोत्तम वल्लभय नमोस्तु नाल नि भानना नमोस्तु दुग दोध जन्म भूत नमोस्तु सोमा मृत सोदरा 


नमोस्तु नारायण वल्लभय संपत करा सकले इंद्र नंदना साम्राज्य दान वि भवानी सरोहा त्व दंद नानि दुरता हरण दता मामे मातरम कलय मान य कटाक्ष सम उपासना विध सेवक थ


संपदा संतन वचना मान से सवा मुरारी हृदय शव भजे सरस जल सरोज हस्ते लत मानक गंध माल शोभे भगवती हरि वल्लभे मनो त्रिभुवन भूति करी प्रस मयस्त कनक कुंभ मुखा स्नी विमल चारु जल पलता 


प्रात नमामि जगता जलनी म शेष लोकादली कमलाक्षण पूता रंगे अवलोक माम किं चना नाम प्रथम पात्र कृतम दया स्वंय स्तुति भर भूमि मन्य कमले


कमलाक्षण पूर तरंगी तन पांग अवलोक माम किं चिना नाम प्रथमं पात्र कृत्रिम दया स्वंय स्तुति भीर भूमर यमय त्रिभुवन मातरम रमा गुणाकार गुरु तर भाग्य भागि रो भवंति ते भ बुद भावित शय इति श्रीम शंकराचार्य रितम कनक धारा स्तोत्रम संपूर्णम



ये भी पढ़ें-  ॐ नमः शिवाय मंत्र की महिमा और रहस्य | Discover the Divine Mystery and Blessings of ॐ Namah Shivaya Mantra |



ये भी पढ़ें-  "हनुमान बाहुक का पाठ: जानिए इस चमत्कारी विधि से कैसे हर दर्द हो सकता है गायब"


ये भी पढ़ें-  इस मंत्र को पढ़ते ही तुरंत अदृश्य शक्ति धन लाकर देता है : दिव्य चमत्कारिक मंत्र :किस प्रकार से जप करे


ये भी पढ़ें- हनुमान चालीसा रोज़ पढ़ोगे तो ये चार घटना होकर ही रहेंगी : Neem Karoli Baba


Post a Comment

Previous Post Next Post