Hanuman Chalisa Roj Padhne Ke Fayde
आज के अद्भुत क्रमांक की ओर इस कलयुग के लिए हमारे पौराणिक धर्म ग्रंथों में एक बात बताई गई है कि इस कलयुग में चिरंजीवी श्री हनुमान जी द्वारा अपने अनन्य भक्तों की चिरकाल तक रक्षा की
जाएगी और श्री हनुमान जी ही एक ऐसे देव हैं जो अपने अनन्य भक्तों के कष्टों को देख नहीं सकते क्या आप जानते हैं कि श्री हनुमान जी तक पहुंचने के लिए एक ऐसा चमत्कारिक पाठ हमारे धर्म ग्रंथों में
बताया गया है जिससे आप श्री हनुमान जी से आसानी से जुड़ सकते हैं आप बिल्कुल ठीक सोच रहे हैं व अनन्य पाठ है श्री हनुमान चालीसा तो आज के इस क्रमांक में आपको चार ऐसे अद्भुत घटनाएं यदि
आप श्री हनुमान चालीसा को नियमित रूप से पढ़ते हैं तो उसके क्या लाभ होंगे आज आज के इस क्रमांक में हमने इन चार घटनाओं को शामिल किया है किसी भी एक घटना को बिना सुने हुए आप
छोड़िएगा मत क्योंकि हर घटना आपके जीवन से पूरी तरह से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ी हुई है तो आइए क्रमबद्ध तरीके से बात कर लेते हैं आज के इस अद्भुत क्रमांक की ओर आज के इस पहले बिंदु में आपको एक बात बता दूं कि
यदि कोई अनन्य भक्त श्री हनुमान चालीसा का नियमित रूप से प्रतिदिन पाठ करता है तो उसके जीवन में ऐसे-ऐसे चमत्कारिक तथ्य ऐसे-ऐसे चमत्कारिक और रहस्यमय घटनाएं जुड़नी प्रारंभ हो
जाती हैं जो कि उसने कभी सोचा नहीं होता तो पहले बिंदु में आपको बताते हैं कि पहली ऐसी कौन सी घटना है यदि आप नियमित रूप से पाठ करते हैं तो आपके साथ आपको अनुभूति कराएगी सबसे
पहली घटना है कि जो भी साधक श्री हनुमान चालीसा को पूरे मन क्रम वचन के साथ यदि पाठ करता है तो ऐसे अनन्य भक्त को कुछ ही समय के बाद में श्री हनुमान जी के स्वयं आभास उने अनुभूत हो जाते हैं यह बात बहुत रहस्यमय
है यह बात केवल वही साधक जानता है जो श्री हनुमान चालीसा का नियमित पाठ कर रहा है और इस क्रम को उसने जारी रखा है आपके साथ क्या होगा ऐसी कौन सी रहस्यमय घटना होगी सबसे पहली
घटना यह होगी कि यदि आप श्री हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करते हैं इसके लिए कोई समय नियत नहीं बताया गया है आप किसी भी स्वरूप में किसी भी समय श्री हनुमान चालीसा का पाठ कर
सकते हैं बशर्ते आप पूरे नियम बद्ध होकर उस पाठ को करिएगा तो सदैव इस बात का ध्यान रखिएगा कि पूरी स्वच्छता के साथ ऐसे स्थान का चुनाव कीजिएगा जहां पर आपको श्री हनुमान चालीसा का पाठ करने में किसी प्रकार की बाधा ना
आए बाकी आप श्री हनुमान चालीसा को यदि नियमित रूप से इसका पाठ कर रहे हैं सबसे पहली अनुभूति यही होगी कि स्वयं श्री हनुमान जी आपको इस बात का आभास जरूर करा देंगे कि वह
आपके आसपास ही मौजूद है इतना अनन्य ये पाठ है अगर इसको आप रोजाना करें तो इसके साथ-साथ आपको श्री हनुमान जी की कृपा तो प्राप्त होगी ही होगी क्योंकि जो भी अनन्य भक्त श्री हनुमान
चालीसा का नियमित पाठ करता है उसके जीवन में स्वयं श्री हनुमान जी की उपस्थिति अवश्य होगी ही होगी साथ-साथ श्री राम जी की अनन्य कृपा भी ऐसे अनन्य भक्त के ऊपर अवश्य बरसेगी अब बात कर लेते हैं
दूसरी उस घटना की जो कि श्री हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करने से आपके जीवन पर होती है दूसरी जो घटना आपके साथ घटित होगी वह यह है कि जैसे-जैसे आप श्री हनुमान चालीसा के साथ में
अपने आप को जोड़ लेंगे श्री हनुमान चालीसा के बिना यदि आप अपना एक भी दिन ऐसा नहीं होगा जिस दिन आप श्री हनुमान चालीसा का पाठ नहीं कर पाते आपको बहुत बेचैनी होगी अ आपके मन में
कि जैसे आपके जीवन का कोई मुख्य भाग कोई मुख्य धारा छूट गई हो इतना प्रेम आपको श्री हनुमान चालीसा से हो जाएगा इसके साथ-साथ धीरे-धीरे आप ओज वान बनने लग जाते हैं ओजस्वी हो जाते हैं आपके हर वाक्य में
एक प्रकार की दिव्यता हर व्यक्ति को आप आपके अंदर देखने को मिलेगी जिससे भी आप मिलेंगे आपके वाक्य बहुत सिद्ध हो जाएंगे क्योंकि स्वयं श्री हनुमान चालीसा में यह वर्णित है कि अष्ट सिद्धि
नवनिधि के दाता अश्वर दीन जानकी माता यानी कि स्वयं श्री हनुमान जी को अष्ट सिद्धियों की प्राप्ति है और श्री हनुमान जी का एक नियम है कि जो भी अनन्य भक्त श्री हनुमान जी को समर्पित भाव से पूजता
है उनकी पूजा अर्चना करता है श्री हनुमान चालीसा से जुड़ता है तो हनुमान जी स्वयं अपने जैसा स्वरूप ऐसे अनन्य भक्त को प्रदान कर देते हैं अपनी शक्तियां अपने जितना भी उनके अंदर तेज है वो सारा तेज उनके अनन्य भक्त के ऊपर भी दिखने लग जाता है यह
सबसे दिव्य घटना है जो आपके के साथ होगी लेकिन आपको एक बात का ध्यान रखना है कि आप जब भी श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें उस समय श्री हनुमान जी को आपने सहृदय याद करते हुए
इस पाठ का आपने इसको पाठ को आपने करना है इसमें आप किसी प्रकार की भूल मत कीजिएगा क्योंकि श्री हनुमान चालीसा में जितनी भी चौपाइयां हैं उन सारी चौपाइयों को पहले से ही सिद्ध किया
जा चुका है इन सिद्ध चौपाइयों को यदि आप धीरे-धीरे अपने जीवन में लेकर आना शुरू करते हैं तो श्री हनुमान जी आप को अपना ही स्वरूप प्रदान कर देते हैं सोचिए कि कितने अनन्य श्री हनुमान जी
अपने भक्त को दुलार करते हैं कितना प्रेम अपने अनन्य भक्तों से करते हैं और श्री राम कृपा तो आपके जीवन पर यह बात सत प्रतिशत तय है कि आपके जीवन में श्री राम जी की कृपा भी धीरे-धीरे
से प्रवेश करना प्रारंभ कर जाएगी अब बात आती है तीसरी घटना की देखिए तीसरी घटना मैं आपको बताऊंगा कि जितने भी लोग श्री हनुमान जी के को अपना आराध्य मानते हैं श्री महाराज जी से जुड़े हुए
हैं श्री महाराज जी के सानिध्य का अनुभव करते हैं उनको भी श्री हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करना ही चाहिए स्वयं श्री
महाराज जी इस बात की ओर इंगित कर चुके हैं कि महाराज जी कहते हैं कि हम चमत्कार कुछ नहीं जानते जो भी कहना है श्री हनुमान जी से कहिए यानी कि महाराज जी भी आपको श्री हनुमान जी की
ओर जाने के लिए इंगित करते हैं यानी कि अगर आप श्री हनुमान जी को प्रसन्न करना चाहते हैं श्री हनुमान जी की कृपा पाना चाहते हैं तो श्री हनुमान चालीसा के बिना और कोई ऐसा दूसरा प्रयोग हो ही
नहीं सकता श्री हनुमान चालीसा का आप नियमित पाठ करिए श्री महाराज जी को बहुत-बहुत प्रसन्नता होती है क्योंकि अप्रत्यक्ष रूप से आप श्री महाराज जी को ही प्रसन्न कर रहे हैं क्योंकि श्री महाराज जी
और श्री हनुमान जी में कोई भिन्नता नहीं है श्री महाराज जी श्री हनुमान जी के विशिष्ट अवतार हैं इसीलिए श्री हनुमान चालीसा महाराज जी को भी अति प्रिय है और एक बात आप ध्यान रखिएगा
महाराज जी की शिक्षाओं के साथ-साथ में श्री हनुमान चालीसा के पाठ के साथ-साथ में श्री राम नाम का जाप यदि आप प्रारंभ कर दें तो श्री राम जी की भी अद्भुत कृपा आपको अवश्य मिलेगी ही मिलेगी
और महाराज जी जैसे महागुरु का आपके जीवन में आगमन होने के साथ-साथ आपको वह श्री राम जी की ओर भी अग्रसर करके मार्ग दर्शित करते हैं यह इतनी संपूर्ण घटनाएं जो मैं आपको बता रहा
हूं आपके जीवन में घटित होगी आप इस बात को शत प्रतिशत लिख लीजिएगा रेखांकित कर लीजिएगा अगर इस स्वरूप में आप जीवन में आगे बढ़ते हैं तो आपका जीवन निश्चित तौर पर धन्य हो
जाएगा बात करते हैं चौथी घटना की ओर चौथी घटना जो है श्री हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करने वाले साधक के जीवन में यह घटित होती है कि आप जैसे-जैसे श्री हनुमान चालीसा की ओर
अपने जीवन को आगे बढ़ाना प्रारंभ करते हैं आपको धीरे-धीरे आध्यात्म में बहुत-बहुत गहरी रुचि हो जाएगी यानी कि आपको ऐसा लगेगा कि जीवन के सारे महत्व आध्यात्म का ही भाग है आप इस
आध्यात्मिक यात्रा में स्वयं को पाएंगे यानी कि धीरे-धीरे से आप इतने सात्विक हो जाएंगे इतने आध्यात्मिक हो जाएंगे कि आपकी जहां पर भी उपस्थिति होगी आप इस बात को रेखांकित कर
लीजिएगा कि आपका हर कार्य बहुत बहुत सफल होगा आपके हर कार्य में आपको सफलता शत प्रतिशत मिलना तय ही है आप स्वयं सोचिए कि श्री महाराज जी जैसा आपको अनन्य गुरु महागुरु की
प्राप्ति आपको हो जाए इसके अलावा श्री राम जी का आशीर्वाद आपके साथ है श्री हनुमान जी का आशीर्वाद आपके साथ है तो जब इन सब लोगों का आशीर्वाद आपके साथ है तो आपके जीवन में फिर
कैसे कुछ चमत्कार पूर्ण नहीं घटित होगा आप स्वयं सोचिए यह सोचने वाली बात है कि जिसके सर पर श्री महाराज जी का श्री राम जी का श्री हनुमान जी का हाथ है ऐसे भक्त को कौन हरा सकता है कौन
डिगा सकता है ऐसे व्यक्ति का जीवन में विश्वास तोड़ना उसको गलत मार्ग की ओर ले जाना असंभव है इसीलिए आप अपने जीवन में कदम-कदम पर कामयाबी को देखेंगे आपके साथ जुड़ने वाले लोग भी
कामयाब होंगे आपकी बातें करने वाले लोग भी कामयाब होंगे कुल मिलाकर कहने का आशय यही है कि आपका जीवन बहुत-बहुत सार्थक हो जाएगा यह चार घटनाएं आपके जीवन में अवश्य होंगी ही
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होंगी इसमें से जो सबसे चमत्कारी घटना जो आपको चौका के रख देगी वो कौन सी है कि स्वयं श्री महाराज जी आपका
हाथ थाम लेंगे और जिसके जीवन में श्री महाराज जी जैसे अनन्य गुरु जुड़ जाते हैं ऐसे भक्त को ऐसे व्यक्ति को जीवन में किसी प्रकार की क्षण भर की चिंता करना भी बहुत-बहुत असंभव है क्योंकि ऐसा
भक्त अपने साथ-साथ औरों का भी कल्याण करता है तो इसीलिए जीवन में कभी भी हारेंगे नहीं जितन के साथ जुड़ेंगे सबकी नैया आपके द्वारा पार लगेगी सोचिए इतनी शक्ति है श्री हनुमान चालीसा में
इसीलिए अपने जीवन को सार्थक करिए श्री हनुमान चालीसा को अपने जीवन का मुख्य भाग अवश्य बनाएं तो यह था आज का अद्भुत क्रमांक आशा करते हैं आज के क्रमांक के माध्यम से अवश्य ही आप कुछ सीख
पाए होंगे इसी कामना के साथ विदा लेने का समय भी आ गया है विदा लेने से पूर्व समय है प्रार्थना का यही प्रार्थना मैं करना चाहूंगा कि श्री महाराज जी के आशीर्वाद अनुसार आप सभी को सन्मति प्राप्त हो
आप सभी को सद्बुद्धि प्राप्त हो इस संपूर्ण सृष्टि का इस संपूर्ण लो का कल्याण हो इसी कामना के साथ विदा लेते हैं मिलते हैं अगले क्रमांक में तब तक के लिए जय श्री राम जय गुरुदेव जय उत्तराखंड
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