हनुमान बाहुक पाठ करने की विधि : Hanumaan Baahuk Paath Karane Kee Vidhi : जानिए इस चमत्कारी विधि से कैसे हर दर्द हो सकता है गायब"

Hanumaan Baahuk Paath Karane Kee Vidhi 



हनुमान बाहुक का पाठ जानिए इस चमत्कारी विधि से कैसे हर दर्द हो सकता है गायब










जय बजरंग बाली दोस्तों आज हम हनुमान बाहुक के बड़े में बात करेंगे और उसके नियम क्या है और उसका उपयोग किस तरह करना है उसके बड़े में भी डिटेल में समझेंगे और अंत में मेरा अनुभव भी आपके साथ शेर करूंगा की किस तरह हनुमान बाहुक ने मेरे हर एक शरीफ की पीड़ा को नष्ट कर दिया ,


पहले हम बात करते हैं की आखिर हनुमान बाहुक है क्या तो हनुमान बाहुक की रचना गोस्वामी तुलसीदास जी ने की है यह शरीर के हर एक रोग तथा पीड़ा को नष्ट करने का 


समर्थ रखना है शरीर में कोई भी रोग हो चाहे वो छोटा हो या बड़ा हनुमान जी का नाम लेकर और हनुमान बाहुक का पाठ कर कर हम किसी भी रूप से छुटकारा का सकते हैं 


हनुमान बाहुक हर एक रोग के लिए रामबन है आपने कई बार सुना होगा की हमारे जो ऋषि मनी होते थे वो कई हजार वर्षों तक जीवित भी रहते थे तथा निरोगी और स्वस्थ रहते थे क्योंकि यह सब इन मेट्रो को जानते थे तथा इसका उच्चारण करके किसी भी रोग की


 

पीड़ा से मुक्त हो सकते थे इसीलिए वो इतने सालों तक जीवित भी रहते थे और निरोगी भी रहते थे और हां यह बात भी सच है की आज भी ऐसे बड़े-बड़े संत हैं जो अपने एक मंत्र से कई रोग और पीड़ा को नष्ट कर सकते हैं लेकिन वो गुप्त रहना ज्यादा पसंद करते हैं तो चलिए अब हम जानते हैं की हनुमान बाहुक का पाठ किस तरह करना चाहिए और उसके नियम क्या है,


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 जब आपके शरीर में कोई भी रोग या पीड़ा है और आपने कई दवाई या ली पर फिर भी इसका असर नहीं हो रहा है तभी दवाइयां के साथ ही हनुमान बाहुक का भी पाठ आपको 


शुरू कर देना चाहिए अगर कोई व्यक्ति ज्यादा बीमा है बेड रेस्ट पे है और पार्ट करने के लिए भी समर्थ नहीं है तो उसके घर का भी कोई व्यक्ति पाठ कर सकता है उनकी तरफ 


से और हां एक बहुत ही खास बात की जवाब हनुमान बाहुक का पाठ करते हो तो आपको दवाइयां भी चालू ही रखती है ऐसा नहीं की दवाइयां छोड़कर हनुमान बाहुक का पाठ कीजिए वरना आप समझेंगे की भैया ने कहा था की हनुमान


बाहुक कीजिए सब कुछ ठीक हो जाएगा तो मैंने दवाई भी छोड़ दी तो ऐसा बिल्कुल नहीं करना है दवाई के साथ-साथ पार्ट भी करना है तो चलिए अब हम जानते हैं की 


हनुमान बाहुक के पाठ के नियम क्या है और ये किस तरह होता है आपको उपवास और साधना में मांस मदिरा या प्याज लहसुन का भी त्याग करना चाहिए तथा ब्रह्म का पालनपुर करना चाहिए तो चलिए अब हम इसके नियम के बड़े में जानते हैं की इसका पाठ कैसे किया जाए तो,


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 हमारे शरीर में कोई भी रोग या पीड़ा हमें सटा रही है तो हमें हनुमान जी से प्रार्थना करनी है की है हनुमान हमें ये रोग और पीड़ा बहुत ही कष्ट दे रही है तो मैं संकल्प ले रहा हूं हनुमान बाहुक का की आप मेरी साड़ी पीड़ा को नष्ट कर दीजिए इस तरह हनुमान जी से प्रार्थना कीजिए और एक संकल्प लीजिए अब 11 दिन का भी पाठ कर सकते हैं 


और 21 दिन का भी पाठ कर सकते हैं हर रोज 11 दिन तक 11 बार इस हनुमान बाहुक का पाठ करना चाहिए अब पाठ करने के नियम क्या है वो मैं आपको समझता हूं 


सबसे पहले घर में जब आप पाठ कर रहे हो तो राम के दरबार की एक फोटो फ्रेम ले लीजिए अपने समक्ष रखिए उसके बाद एक हनुमान जी का छोटा सा विग्रह यह हनुमान जी की फोटो फ्रेम भी अपने समक्ष रखिए या प्रसाद के लिए दो लड्डू या कोई भी अन्य


मिष्ठान उनके समक्ष रखिए और फिर एक लोटा ले लीजिए जो की तांबे का हो तो बहुत ही अच्छा है उसमें जल भर लीजिए वो भी अपने समक्ष रखिए और और उसके बाद आपने 


जो भी नियम लिया है 11 दिन का हो चाहे किस दिन का हो अगर आपने 11 दिन का संकल्प लिया है तो 11 दिन तक रोज 11 बार आपको हनुमान बाहुक करना है अब 


हनुमान बाहुक हमें किस तरह करना है डायरेक्ट आप नहीं करना है सबसे पहले आपको श्री राम के नाम का जब करना चाहिए या उनके नाम की कोई भी स्तुति ग सकते हैं या 


जब करना है तो जय सीताराम जय सीताराम करके 108 बार कर सकते हैं उसके बाद ही हनुमान बाहुक का पाठ शुरू करें और जब वो पाठ पूर्ण हो तब वो लोट में जो जल हो उसे पी लीजिएगा और 11 दिन तक रोज 11 बार जब पार्ट हो जाए तब इसी तरह से 


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आपको आगे बढ़ाना है पांच जैसे ही पूर्ण होगा तो आपको खुद में खुद फर्क दिखने लगेंगे और खुद में खुद चेंज जैसा आने लगेंगे और पार्ट के नियम के दौरान आपके अंदर एक एनर्जी भी आपको फूल होने लगेगी और आपको खुद ही पता चलेगा की हां अब मेरी 


पीड़ा से मुझे मुक्ति मिल रही है क्योंकि इस पाठ में बहुत ही पावर है तो अब इस तरफ आठ करके किसी भी रॉक या पीड़ा से मुक्ति का सकते हैं ये मैंने जाति अनुभव किया है अब मैं आपको मेरा अनुभव बताने जा रहा हूं की किस


तरह हनुमान बाहुक ने मेरी मदद की और मेरे शरीर की साड़ी पीड़ा को हर लिया बात 2019 की है जब मुझे बैक पेन हो गया था पेन बहुत ही धीरे-धीरे बढ़ाने लगा मैंने कई 

दवाइयां की कई डॉक्टर से मिला अच्छे-अच्छे डॉक्टर से मिला लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ बहुत समय तक यूं ही चला रहा और एक साल गुर्जर गया मुझे बैग पेन की पीड़ा हर रोज होती थी फिर एक दिन मैं एक मंदिर पे गया वहां पे पंडित जी से हमने काफी साड़ी 


बातें की फिर पंडित जी से मैंने कहा की मुझे यह बैक पेन की तकलीफ है बहुत टाइम से है कुछ भी नहीं हो रहा है फिर पंडित जी ने मुझे सजेस्ट

किया की आप हनुमान बाहुक कीजिए मैंने वैसे पहले भी हनुमान बाहुक के बड़े में सुना था लेकिन जब पंडित जी ने कहा तो मुझे ज्यादा रुचि आई तो मैंने घर पे ही आकर एक 


संकल्प ले लिया की है हनुमान जी मैं हनुमान बाहुक कर रहा हूं मेरा यह पेन जा नहीं रहा है बहुत तरह की कोशिश है की लेकिन कोई भी सॉल्यूशन नहीं मिल रहा है तो मैं आपसे निवेदन करता हूं 11 दिन तक मैं पाठ करूंगा रोज 11 बार ब्रह्मचर्य का पालनपुर करूंगा 


सब कुछ करूंगा बस मेरी यह पीड़ा दूर कर दीजिए बस यह संकल्प लेकर मैंने पाठ शुरू कर दिया मंगलवार अथवा शनिवार से यह बात शुरू करना चाहिए तो मैंने मंगलवार से 


शुरू कर दिया पहले दिन बीता काफी मुश्किल हुई पहले पहले थोड़ी फिर दूसरा दिन गया तीसरा चौथ दिन गया पहले कुछ फर्क नहीं देखा पर मैंने विश्वास रखा मैंने हिम्मत नहीं ए रही मैंने कंटिन्यू हो रखा फिर आगे जैसे ही सातवां और आठवां दिन आया तभी 


मुझे थोड़ा-थोड़ा फर्क पढ़ने लगा क्योंकि इसका उच्चारण ही ऐसा है की जब भी आप इसका पाठ करते हो तो आपको एनर्जी फूल होती है कई बार कोई ऐसा भी लगेगा की 


हनुमान जी आपके समक्ष ही हैं तो इस तरह से फिर आठ मा नौवां दसवां दिन बीता 11वां दिन जब पार्ट कंप्लीट हो गया तो मुझे 50% तक फायदा हो गया था लेकिन पुरी तरह से ठीक नहीं हुआ था और उसके एक ही वीक के बाद मतलब आज से नो दिन के बाद का सकते हैं,


 मेरा पूरा 90% तक दूर हो गया तो यह पाठ बहुत ही चमत्कारी है मैंने जाति अनुभव किया है पर इसके जो उच्चारण में कितनी है मैंने वह महसूस की है इसीलिए मैं आपको भी बता रहा हूं अगर आपको भी कोई रोग है पीड़ा है और अगर कोई भी समाधान नहीं 


मिल रहा है तो आप हनुमान बाहुक जरूर कीजिए पर ऐसा नहीं है की उन दवाइयां को बैंड कर दीजिए मैंने दवाइयां को भी चालू रखा और हनुमान बाहुक का पार्ट भी शुरू हो रखा दवाइयां को कभी भी बैंड नहीं करना चाहिए इन दोनों को साथ में कीजिए तो इस तरह इसके पाठ से मुझे तो काफी

सर फराक पड़ा और अभी कुछ भी पेन नहीं है एकदम ठीक हो गया उसके बाद मुझे कुछ भी नहीं हुआ वरना एक टाइम पे मैं इतनी मेडिसिंस खाता था की पेट में इतनी गर्मी हो जाति थी की मुझे वोमिटिंग हो जाति थी अब सब कुछ नॉर्मल हो गया है भक्ति शुरू 


कर दी उसके बाद से मेरे शरीर में कोई भी पीड़ा नहीं है कुछ भी नहीं आया बस मैं भक्ति करता राहत हूं सच्चे मां से करता राहत हूं अगर आपको भी हनुमान बाहुक करना 

है सिर्फ हनुमान जी पे विश्वास रखिए यह हनुमान जी मेरी पिडहल लीजिए और भक्ति की तरफ जाइए हनुमान जी आपकी मदद जरूर करेंगे और आपकी साड़ी पीड़ा को यूं ही चुटकी भर में हाल लेंगे |



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